हौज़ा/ नुव्वाब-ए-अरबा के ज़रिए इमाम महदी (अ) से संवाद और कुछ शियाो का अपने इमाम से ग़ैबत ए सुग़रा के दौर में मिलना, इमाम की विलादत और अल्लाह की आखरी हुज्जत की मौजूदगी को साबित करने में सबसे प्रभावी…