हौज़ा / प्रतिनिधि वली-ए-फकीह और इमाम-ए-जुमआ इस्फ़हान ने कहा, अगर इंसान की शिक्षा-दीक्षा न हो, तो वह जानवरों जैसा बन जाता है, जैसा कि इज़राईली शासन बच्चों की हत्या को अपनी सफलता समझता है।