हौज़ा / इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम इरशाद फ़रमाते हैं कोई भी बंदा ईमान की हक़ीक़त के शिखर पर नहीं पहुंच सकता मगर यह कि उसमें तीन विशेषतायें हों। धर्म की पहचान, जिन्दगी में सही कार्यक्रम बनाना और जीवन…