हौज़ा / जो लोग नमाज़ नहीं पढ़ते, उनसे बहस करने की कोई ज़रूरत नहीं है, अपनी ज़िंदगी में नमाज़ का असर देखना ही काफ़ी है। नमाज़ पढ़ने वाले इंसान के नैतिक मूल्यों और चरित्र से पता चलना चाहिए कि नमाज़…