۲ آذر ۱۴۰۳
|۲۰ جمادیالاول ۱۴۴۶
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Nov 22, 2024
बेशक नमाज़ बेहायई
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बेशक नमाज़ बेहायई और बुराई से रोकती है
हौज़ा/नमाज़ पढ़ने वाले नौजवान का दिल रौशन होता और उसमें उम्मीद की किरण पैदा होती हैं।