बेसत
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इत्रे क़ुरआन ! सूर ए आले इमरान
ब्याज वाली संपत्ति का सभी प्रकार का निपटान निषिद्ध है
हौज़ा / इस्लामी समाज की आस्था ही आर्थिक मामलों में ईश्वरीय नियमों को स्वीकार करने का आधार है। किसी धार्मिक समाज में सूदखोरी से दूर रहना इस समाज में धर्मपरायणता का प्रतीक है।
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इस्लाम, बेसत और ज़हूर तीन महान नेमत है जो अल्लाह ने हमे दी है: आयतुल्लाह हुसैनी बुशहरी
हौज़ा / मजलिस ख़ुबरगान रहबरी के उपाध्यक्ष ने कहा: इस्लाम, बेसत और ज़हूर, ये तीन महान नेमत है जो अल्लाह तआला ने हमे दी है।
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इमाम जुमा मेलबर्न:
बेसत इंसानियत की बुलंदी का दिन है, मौलाना सैयद अबुल कासिम रिजवी
हौज़ा /शिया उलेमा काउंसिल ऑस्ट्रेलिया के अध्यक्ष : अल्लाह ने रसूलुल्लाह (स) की नबूवत की घोषणा के साथ दुनिया को एक व्यापक और संपूर्ण व्यवस्था दी, जो न्याय और निष्पक्षता, शांति और मेल-मिलाप, सम्मान और महानता और मानवीय गरिमा का दिन है।
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बेसत ग़दीर का और ग़दीर ज़हूर का पेशखैमा है
हौज़ा / हज़रत मासूमा (स.अ.) की पवित्र दरगाह के वक्ता ने कहा: बेसत ग़दीर का अग्रदूत (पेशखै़मा) है और ग़दीर ज़हूर का अग्रदूत (पेशखै़मा) है और इस्लाम के पैगंबर को ब्रह्मांड में तौहीद, अख़लाक़ और विलायत फैलाने के लिए भेजा गया है।