हौज़ा / इमाम हुसैन (अ.) की मज़लूमियत पर रोना, रुलाना या रोने वाले की सूरत बनान अर्थात इमाम हुसैन (अ.स.) के ग़म मे किसी भी प्रकार ग़मग़ीन होने वाले को जन्नतुल फ़िरदौस की बशारत दी गई है।