हौज़ा / लखनऊ की तारीखी शाह नजफ़ इमामबाड़े, हज़रतगंज में रात 9 बजे अशरे का इनकाद किया गया है जिसको मौलाना अली अब्बास खान साहब ख़िताब मौलाना ने फरमाया,इंसान निजाम ए इलाही को पहचाने और अपनी ज़िम्मेदारी…
हौज़ा/मजलिस को खेताब करते हुए मौलाना सैयद गुलजार जाफरी तारागढ़ अजमेर राजस्थान ने कहा कि वालदैन की खिदमत करने वाला शख्स दुनिया और आखेरत दोनों में कामयाब होता हैं।
हौज़ा/रमज़ानुल मुबारक रहमतों बरकतों व मग़फ़िरत का महीना हैं अपने दिलों को तिलावते क़ुरआन से मुनव्वर करो, इस महीने में मां-बाप के एहतेमाम में एक रात गुज़ारना एक साल जेहाद के सवाब के बराबर हैं।