मजलिस तरहीम
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हज्जतुल इस्लाम मौलाना मुमताज अली वाइज कुमी गाजी पुरी अपने सभी गुणों और पूर्णता में प्रतिष्ठित थे: मौलाना सैयद असद रजा रिज़वी
हौज़ा / पटना, बिहार मरहूम हुज्जतुल इस्लाम मौलाना शेख मुमताज अली वाइज कुमी गाजी पुरी की याद में एक शोक सभा का आयोजन किया गया।
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शोहदा ए खिदमत और इमाम खुमैनी (र) की याद में नागपुर में एक भव्य समारोह का आयोजन
हौज़ा/ इमाम महदी (अ) एजुकेशन सोसाइटी नागपुर, भारत ने 2 जून, 2024 को हुसैनिया मदरसा नागपुर में शहीदा ए ख़िदमत और इस्लामी क्रांति के महान नेता हज़रत इमाम खुमैनी (र) की 35 वीं वर्षगांठ मनाने के लिए एक भव्य समारोह का आयोजन किया।
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अफ़्रीकी इस्लामी छात्र संघ के प्रमुख:
आज़रबाइजान गणराज्य के 5 हजार पुरुषों और महिलाओं को शिया होने के अपराध में जेल मे क़ैद
हौज़ा / ईरान में अफ़्रीकी इस्लामिक स्टूडेंट्स यूनियन के प्रमुख ने कहा: जो हिजाब कब्जे वाले फिलिस्तीन और अमेरिका में मुसलमानों के लिए मुफ़्त है, वही हिजाब आज़रबाइजान में प्रतिबंधित है पिछले दो वर्षो मे 5000 से अधिक पुरूष और महिलाओ को शिया होने के अपराध मे जेल मे क़ैद कर दिया गया है और उनमें से कई अज्ञात हैं।
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दिवंगत अयातुल्ला मोहसिन अली नजफ़ी की शोक सभा क़ुम में आयोजित की जाएगी
हौज़ा / दिवंगत आयतुल्लाह शेख मोहसिन अली नजफ़ी की शोक सभा बुधवार, 27 जनवरी, 1402 को हज़रत मासूमेह (स) के हरम में आयोजित की जाएगी।
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इंसान मौत से विश्वास में कमज़ोरी और निश्चितता की कमी के कारण भागता हैं ,मौलाना फ़ैज़ अब्बास मशहदी
हौज़ा/जामिया इमामिया तनज़ीमुल मकातिब लखनऊ में मजलिसे तरहीम आयोजित हुई जिसमें मौलाना ने मौत के बारे में विवरण से प्रकाश डाला, मौत की हकीकत और मौत से लोग क्यों डरते हैं क्या कारण है लोग जो मौत का नाम सुनत हि डर जाते और मौत से दूर भागने की कोशिश करते हैं।
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नजफ अशरफ में भारतीय छात्रों की ओर से आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद मुहम्मद सईदुल हकीम की मजलिसे तरहीम
हौज़ा/हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद मुहम्मद सईदुल हकीम के चेहलुम की मुनासिब से जमिया आले -मोहीद्दुदीन नजफ अशरफ में हिंदुस्तानी छात्रों की ओर से मजलिसे तरहीम का आयोजन किया गया,
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मौलाना सैय्यद बेदार हुसैन ने मसनदे इल्म पर ऐसी छापे दर्ज किए जिनकी भरपाई नहीं की जा सकती, मौलाना मुहम्मद रज़ा एलिया
हौज़ा/मौलाना सैय्यद बेदार हुसैन की विद्वता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब भी छात्र किसी पाठ्यपुस्तक का पाठ पढ़ते हैं तो मौलाना को बिना याद किये नही रहें सकते
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हमारे पैगंबर,रसूल और रहबर वही हो सकते हैं जिन्हें अल्लाह ने चुना हो, मौलाना रज़ा हैदर जै़दी
हौज़ा / हमारे पैगंबर,रसूल और रहबर वही हो सकते हैं जिन्हें अल्लाह कि तरफ से च्यनित किया जाए और वह सब प्रकार से इतना पवित्र हो कि कोई उस पर उंगली न उठा सके और कोई उसकी निन्दा न कर सके। हमें भी रसूल और अहलेबैत अलैहिस्सलाम की सीरत पर अमल करते हुए अपने आप को ऐसा बनाना चाहिए कि कोई हमारे ऊपर उंगली ना उठा सके।
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मजलिसे चेहलुम,बराये इसाले सवाब, मौलाना सैय्यद ज़ीशान हैदर नक़्वी
हौज़ा/ हुज्जतुल इस्लाम मौलाना सैय्यद ज़ीशान हैदर नक़्वी इब्ने सैय्यद ज़रग़ाम हुसैन मरहूम के बुलंद दरजात के लिए एक मजलिसे सैय्यदुश शोहदा हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का आयोजन किया गया है। जिसमें आप की शिरकत की गुज़ारिश है।