मरसिया निगार
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इस्लाम ने बंदो के अधिकारों पर जोर दिया है, मौलाना शादाब हैदर
हौज़ा /अल्लाह उन लोगों को माफ कर सकता है जो उसकी अवज्ञा करते हैं, लेकिन वह उन लोगों को माफ नहीं करेगा जो उसके बंदो का बकाया नहीं चुकाते हैं।
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शरई अहकाम । मीरास से वंचित करना
हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने मीरास से वंचित करने के बारे मे पूछे गए सवाल का जवाब दिया है।
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अमरोहा में 'उर्दू मरसिए के पांच सौ साल' पुस्तक का विमोचन
हौज़ा / इस पुस्तक की ऐतिहासिक और दस्तावेजी स्थिति इस अर्थ में पक्की और स्थिर हो गई है कि इसमें मौला अली (अ.स.), सैय्यदा ताहेरा बीबी फातिमा ज़हरा (स.अ.) और जनाबे अकील इब्न अबी तालिब की बेटी के अरबी मरसिए और प्रसिद्ध अरबी शायर जनाब फ़रज़्दक़ के मरसीए उर्दू अनुवाद के साथ सम्मिलित है।
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दिन की हदीसः
हज़रत उम्मुल बनीन (स.अ.) के बारे में इमाम जाफ़र सादिक़ (अ.स.) का कथन
हौज़ा / हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ (अ.स.) ने एक बयान में हज़रत इमाम हुसैन (अ.स.) की शहादत के बाद हज़रत उम्मुल बनीन (स.अ.) के हालात की ओर इशारा किया है।
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कर्बला की कहानी तस्वीरो की ज़बानी
हौज़ा / अमरोहा में कर्बला के वाक़ेआत को चित्रों के माध्यम से प्रस्तुत करने का एक संगठित प्रयास किया जा रहा है। मरसिया गो शायर और चित्रकार वसीम अब्बास अमरोहवी कैनवास के माध्यम से कर्बला प्रस्तुत कर रहे हैं।