हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़मा वहीद खुरासानी ने कहा कि एक समय ऐसा आता है जब उम्र की मोहलत खत्म हो जाती है और मलकुल मौत इंसान के सामने आ जाता है। उस समय न तो रिश्तेदार काम आते हैं, न ही संबंध; इंसान…