हौज़ा /हज़रत आयतुल्लाह मकारिम शिराज़ी ने कहां, लोग मस्जिद में शिक्षा हासिल करते हैं और फिर दूसरों को शिक्षा देते हैं, बस मस्जिदों को जिंदा रखने की ज़रूरत है, और इस्लामी शिक्षा हर उम्र के लोगों…