हौज़ा / फ़िरदौसी यूनिवर्सिटी में इस्लामी इतिहास की अध्यापिका ने कहा कि ईरानी महिलाओं ने इस्लामी क्रांति से लेकर प्रतिरोध मोर्चे तक नई इस्लामी सभ्यता के निर्माण में बेजोड़ भूमिका निभाई है।
हौज़ा / जामिया अल-ज़हरा (स) की एक शिक्षक ने कहा कि "इस्लामिक नारीवाद" एक सही शब्द नहीं है क्योंकि नारीवाद के सिद्धांत इस्लाम के अनुकूल नहीं हैं, इस्लाम को नारीवाद और महिलावाद आंदोलनों की आवश्यकता…