हौज़ा / औरंगाबाद एजुकेशन एक्सपो 2025 की पूर्व-कार्यक्रम गतिविधियों के हिस्से के रूप में, मकतबा-ए-ज़ैनबिया में “मेरा शहर, मेरी विचारधारा” अभियान नामक एक प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया।
हौज़ा / इस्लाम से पहले अरब समाज में औरतों का कोई इख़्तियार, इज़्ज़त या हक़ नहीं था। वे विरासत नहीं पाती थीं, तलाक़ का हक़ उनके पास नहीं था और मर्दों को बेहद तादाद में बीवियाँ रखने की इजाज़त थी।…
हौज़ा / फ़िरदौसी यूनिवर्सिटी में इस्लामी इतिहास की अध्यापिका ने कहा कि ईरानी महिलाओं ने इस्लामी क्रांति से लेकर प्रतिरोध मोर्चे तक नई इस्लामी सभ्यता के निर्माण में बेजोड़ भूमिका निभाई है।