हौज़ा / जमीअतिल अमल अल-इस्लामी बहरैन ने एक अमेरिकी अधिकारी के हालिया बयान का जिक्र करते हुए कहा कि आले खलीफा सरकार द्वारा क्रांतिकारी कैदियों की यातना मानवाधिकार के रक्षकों के मुंह पर तमाचा है।