हौज़ा / माहे रमज़ान उल मुबारक में अगर कोई गुस्ले जनाबत करना भूल जाए और जनाबत की हालत में एक या कई दिन रोज़े रखता रहे तो माहे रमज़ान के बाद इन रोज़ो की कज़ा करें।
हौज़ा / माहे रमज़ान उल मुबारक के आखिरी जुमआ को कु़म अलमुकद्देसा में विशाल रैली का आयोजन किया गया इस रैली में बड़ी संख्या में जवान, बूढ़े, महिलाएं,बच्चें,हिस्सा लिए और फिलिस्तीनियों के समर्थन…