हौज़ा/ एक नेक दोस्त नेक इंसान के लिए रहमत का ज़रिया होता है, जबकि एक भ्रष्ट दोस्त भ्रष्ट इंसान को बर्बादी की ओर ले जाता है। इसलिए हमें दोस्ती के मामले में बेहद सावधान, सूझबूझ से काम लेना चाहिए…