۱ آذر ۱۴۰۳
|۱۹ جمادیالاول ۱۴۴۶
|
Nov 21, 2024
मीर बाक़ेरी
Total: 3
-
हुज्जतुल-इस्लाम वल-मुस्लेमीन मीर बकेरी:
मोमिन बाकी रहना मोमिन होने से अधिक महत्वपूर्ण और आवश्यक है
हौज़ा / हरम मुताहर हज़रत मासूमा (स) के खतीब ने कहा: सांसारिक कष्ट और परीक्षण मानव धर्मपरायणता के सबसे महत्वपूर्ण मानदंड हैं।
-
तक़वा; ख़ुशी ईश्वरीय आनंद प्राप्त करने का साधन है, उस्ताद मीर बाक़ेरी
हौज़ा / ख़तीब-ए-हरम हज़रत फ़ातिमा मासूमा (स) ने मुहर्रम अल-हराम 1445 के अशरा ए मजलिस को संबोधित करते हुए कहा कि दुश्मन की धमकियों के डर से पीछे हटना और इमाम के निमंत्रण को अस्वीकार करना धर्मनिष्ठा की कमी का प्रतीक है।
-
हुज्जतुल इस्लाम मीर बाक़ेरीः
हज़रत ज़हरा ने कुरान की किस आयत के साथ अपने दुश्मनों के सामने पक्ष रखा ?
हौज़ा / हौज़ा ए इल्मिया क़ुम के शिक्षक ने यह बयान करते हुए कहा कि रसूल अल्लाह (स.अ.व.व.) के इस संसार से चले जाने के पश्चात जो घटना घटी और हजरत जहरा (स.अ.) ने क्यो पक्ष रखा और क्यो उस मार्ग मे शहीद हो गई? इन घटनाओ को समझने के लिए हमे सर्वप्रथम रसूल अल्लाह (स.अ.व.व.) और हजरत ज़हरा (स.अ.) की महानता को जानना चाहिए।