हौज़ा/ हमें शेख अंसारी (र) से न केवल फ़िक़्ह के बारे में सीखना चाहिए, बल्कि उनसे नैतिकता, आध्यात्मिकता और पवित्रता के बारे में भी सीखना चाहिए।