۱۸ تیر ۱۴۰۳
|۱ محرم ۱۴۴۶
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Jul 8, 2024
मौलाना औन मोहम्मद नक़वी
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कर्बला तजल्लीगाहे इश्क़ है जहाँ आशिक़ाने इलाही की शहादत हुई, मौलाना औन मुहम्मद नक़वी
हौज़ा / खतीबे मोहतरम ने हर मजलिस में लगभग अलग-अलग तरीकों से कर्बला के शहीदों के संस्कार और उनके फरमानों को सुनाया और जोर देकर कहा कि इस तरह के आदेश केवल कर्बला के इतिहास में पाए जाते हैं और उन्हें केवल प्रेम की छाया में ही सुनाया जा सकता है।