हौज़ा/ज़कात हर उस मुसलमान पर वाजिब है, जिसके पास एक निश्चित रकम या भूषण है, इस लिए हमारी आर्थिक स्थिति ठीक होनी चाहिए और अगर हमारी आर्थिक स्थिति ठीक है तो हमें गरीबों, विधवाओं, असहायों आदि की…