۳ آذر ۱۴۰۳
|۲۱ جمادیالاول ۱۴۴۶
|
Nov 23, 2024
मौलाना मुशाहिद आलम जैदी
Total: 1
-
हर फिरौन के लिए एक मूसा का होना अवश्यक है
हौज़ा / हर ज़ालिम से लड़ने के लिए वक़्त का एक मूसा होता है, उसी तरह हर यज़ीद को रुसवा करने के लिए हर ज़माने में हुसैन का वास्ता रखने वाले भी होते हैं।