हौज़ा / रईस मज़हब मोअल्लिमे बशरियत और कुरान ए नातिक़ इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) अपने जीवन के अंतिम दिनों में बेहद दुबले और कमजोर हो गए थे। एक रावी जिसे उस समय उनसे मिलने का सम्मान प्राप्त हुआ था,…