हौज़ा / मरजा ए तकलीद आयतुल्लाहिल उज़्मा हुसैन नूरी हमदानी ने एक संदेश में ज़ोर देकर कहा कि मौजूदा इस्लामी समाज को अतीत की तुलना में कहीं अधिक इस्लाह ए ज़ात अलबनीन यानी आपसी सुलह, सहिष्णुता और…