۱۵ تیر ۱۴۰۳
|۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵
|
Jul 5, 2024
रसूले अकरम (स.अ.व.व.)
Total: 2
-
वर्तमान कुरान की प्रामाणिकता, शिया विद्वानों की एकमत राय
हौज़ा / मुसलमानों में कुछ ऐसे लोग भी हो सकते हैं जो मानते हैं कि क़ुरान मे कोई कमी है, लेकिन सभी मुसलमान इस बात से सहमत हैं कि क़ुरआन में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है।
-
दिन की हदीसः
एक ऐसा कार्य जो इस्लामी उम्मत में एकता लाता है
हौज़ा / पैगंबरे अकरम (स.अ.व.व.) ने अपनी एक रिवायत में उस प्रक्रिया की ओर इशारा किया है जो इस्लामी उम्मत को एकता की ओर ले जाती है।