हौज़ा / अल्लामा डॉ. शब्बीर मीसमी ने कहा: उत्पीड़ितों के पक्ष में विरोध की शांतिपूर्ण आवाज़ उठाना प्रत्येक नागरिक का संवैधानिक अधिकार है।