हौज़ा / अमीरुल मोमेनीन इमाम अली (अलैहिस्सलाम) ने इस रिवायत में इंसान को रोज़ाना कम होती उम्र को नज़रअंदाज़ करने से अवगत किया है।
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाह जवादी आमोली ने कहा: जो व्यक्ति लापरवाह हो और बिना सोच-विचार के कोई कदम उठाए, उसे पछतावे के सिवा कुछ नहीं मिलेगा; लेकिन जो व्यक्ति एहतियात, दूरअंदेशी और समझ-बूझ का मालिक…