हौज़ा / जब कोई व्यक्ति ईश्वर की याद से बेखबर होता है, तो उसका दिल कठोर हो जाता है और परिणामस्वरूप वह दुनिया की नेमतों से वंचित हो जाता है और उसका जीवन आराम और शांति से वंचित हो जाता है।
हौज़ा/अगर इंसान सही अर्थ में अल्लाह से अपनी ग़लतियों कमियों और लापरवाहियों के सिलसिले में माफ़ी मांगे दिल से माफ़ी मांगे तो अल्लाह उसका जवाब देता है यह तो क़ुरआन की साफ़ आयत है, उन लोगों के लिए…