हौज़ा / आयतुल्लाहिल उज़्मा मोहम्मद तक़ी बहजत (रह.) ने फरमाया कि नमाज़ में दिल की मौजूदगी और खुशू का सबसे असरदार तरीका नमाज़ को अव्वाले वक्त पर अदा करना है क्योंकि वक्त की पाबंदी खुद-ब-खुद दिल…
हौज़ा/सुश्री मुत्तक़ीफ़र ने कहा: सामाजिक व्यवहार, विशेष रूप से विपरीत लिंग के साथ बातचीत, विनम्रता और शुद्धता पर आधारित होनी चाहिए।