हौज़ा / आयतुल्लाह फ़क़ीही ने आगे कहा कि उलेमाओं और मोमिनीन की निरंतर ज़ियारतें, मक़बरे से प्रकट होने वाले करामात व मोज्ज़ात, और इस हरम की रूहानी फ़िज़ा इस बात की स्पष्ट निशानी है कि यह बारगाह…