शहीदों का खून
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शहीदा का खून इस्लामी क्रांति की निरंतरता का गारंटर हैं, मौलाना सैयद रज़ा हैदर ज़ैदी
हौज़ा / शाही आसफ़ी मस्जिद लखनऊ हिंदुस्तान के इमाम जुमा हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मौलाना सैयद रज़ा हैदर ज़ैदी प्रिंसिपल हौज़ा उलमिया हज़रत गफ़रनमाब लखनऊ ने शुक्रवार को खुतबा देते हुए कहा कि शहीदों का खून इस्लामी क्रांति की निरंतरता की गारंटी है।
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फ़िलिस्तीन के जिहाद-इस्लामी आंदोलन की इज़राइल को खुली धमकी
हौज़ा / जिहाद इस्लामिक मूवमेंट ऑफ फिलिस्तीन का कहना है कि जेनिन शहर के शहीदों का खून व्यर्थ नहीं जाएगा।
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आशूरा की अहम्मियत और तारीख़
आशूरा का दिन या 'यौमे आशूरा' का सभी मुसलमानों के लिए महत्व है लेकिन शिया मुसलमानों के लिए इसकी ख़ास अहमियत है।
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इराकी सांसद की सरदार सुलेमानी और अबू महदी की हत्या में शामिल लोगों को शीघ्र सार्वजनिक करने की मांग
हौज़ा / हसन सालिम ने इराकी सरकार से सरदार कासिम सुलेमानी और अबू मेहदी मोहंदिस की शहादत में शामिल लोगों को जल्द से जल्द सामने लाने का आह्वान किया है।
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आयतुल्लाह सैयद मुहम्मद बाक़िर अल-सदर पिछली सदी के महान इस्लामी नेता
हौज़ा / अबा अब्दिल्लाहिल हुसैन के पवित्र रक्त की तरह, शहीद बाक़िर अल-सदर और शहीदा अमीना के रक्त ने भी इस्लाम के विकास और जीवन को जन्म दिया, चाहे वह ईरान में आने वाली इस्लामी क्रांति हो या लेबनान में हिज़्बुल्लाह का प्रतिरोध। चाहे वह फिलिस्तीन में इस्लामिक आंदोलन हमास का संघर्ष हो या इराक में इस्लामी पुनर्जागरण, यह सब शहीदों के खून की बरकत है।
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शहीद बाक़िर अलसदर और उनकी शहीद बहन
हौज़ा / सद्दाम मलऊन के हाथों आयतुल्लाह सैय्यद मुहम्मद बाक़िर अलसदर और उनकी बहन की शहादत को 41 साल बीत गए
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:मासिक पत्रिका जाफरी ऑब्जर्वर मुंबई के संपादक
शहीदो का खून व्यर्थ नही जाता, बल्कि क़ौम का ज़ामिन "गारंटर" हैः मौलाना मुहम्मद ज़की हसन नूरी
हौज़ा / मासिक पत्रिका जाफरी ऑब्जर्वर मुंबई के संपादक ने अपने संबोधन में कहा कि औपनिवेशिक और अहंकारी शक्तियां हमेशा उलेमा-ए-हक से घृणा करती रही हैं और इस्लाम और शिया धर्म को मिटाने के लिए अहले बैत (अ.स.) के प्रचारकों और रक्षकों के सर काटती रही हैं। लेकिन उन्हे इस बात की खबर नही है कि शहीदों का खून व्यर्थ नहीं जाता बल्कि राष्ट्रों को पुनर्जीवित करता है और उनके अस्तित्व का गारंटर बनता है।