हौज़ा / ज़ुल्म और इमाम ज़ामाना (अ) के ज़ुहूर के बीच हमेशा चर्चा होती रही है। क्या ज़्यादा ज़ुल्म, ज़ुहूर के लिए ज़मीना साज़ है, या फिर ये इस बात का मतलब है कि इंसान को और तैय्यार होना चाहिए ताकि…
हौज़ा / शहीद सद्र अभी युवावस्था में भी नहीं पहुंचे थे कि उन्हें इज्तिहाद के उच्च पद पर आसीन कर दिया गया। उनके कुछ शिक्षकों ने उन्हें इज्तिहाद का इजाज़ा दिया, जबकि उनकी उम्र चौदह वर्ष भी नहीं…