हौज़ा / रोम और ग्रीस के पुराने समाजों में औरतों को मा तहत, बे‑इख़्तियार और अमूल्य प्राणी समझा जाता था। उनकी ज़िंदगी के तमाम मामलात चाहे इरादा हो, शादी, तलाक़ या माल‑ओ‑जायदाद सब मर्दों के इख़्तियार…
हौज़ा / आज बहुत से युवा ऐसे रिश्ते बनाते हैं जो "मदद" या "बचाने" के इरादे से बनते हैं। एक जुनून जो करुणा और त्याग की अभिव्यक्ति लगता है, वास्तव में एक खतरनाक धोखा हो सकता है, जो बाद में जीवन…