۲ آذر ۱۴۰۳
|۲۰ جمادیالاول ۱۴۴۶
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Nov 22, 2024
शौहर को बख्श ना दिया हो
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शरई अहकाम:
अगर किसी औरत का इंतकाल हो जाए और उसने अपनी जिंदगी में अपना मेहर ना लिया हो तो क्या उसके वारिस मेहर का मुतालबा कर सकते हैं?
हौज़ा / अगर उसने शौहर को बख्श ना दिया हो तो ले सकते हैं।