हौज़ा / सनंदज के अहले-सुन्नत इमामे-जुमा ने कहा: “आज इस्लामी समाज का मार्गदर्शन, विद्वानोऔर दीनी बुजुर्गों की ज़िम्मेदारी है क्योंकि दुश्मन दीन को समाज से दूर करने की भरपूर कोशिश कर रहा है।”