समाज (17)
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महिलाओं का इतिहास, भाग - 5
बच्चे और महिलाएंप्राचीन ग्रीस और रोम में महिलाओं की लाचारी और उत्पीड़न की कहानी
हौज़ा / रोम और ग्रीस के पुराने समाजों में औरतों को मा तहत, बे‑इख़्तियार और अमूल्य प्राणी समझा जाता था। उनकी ज़िंदगी के तमाम मामलात चाहे इरादा हो, शादी, तलाक़ या माल‑ओ‑जायदाद सब मर्दों के इख़्तियार…
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भारततौहीद; समाज की आवश्यकता है, मौलाना अली अब्बास खान
हौज़ा/अंजुमन-ए-अब्बासिया द्वारा आयोजित अशरा मजालिस-ए-सफ़र का सिलसिला; यह दशक इमाद-उल-मुल्क, एएमयू अलीगढ़ में आयोजित किया जा रहा है, और इस सिलसिले की सातवीं मजलिस को मौलाना अली अब्बास खान ने संबोधित…
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हुज्जतुल इस्लाम ग़ुलाम अली सफ़ाई बुशहरी:
ईरानहौज़ा ए इल्मिया समाज की बौद्धिक और सांस्कृतिक रक्षा में पहली पंक्ति मे है
हौज़ा/हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन गुलाम अली सफ़ाई बुशहरी ने कहा: एक व्यक्ति जो अल्लाह और क़यामत के दिन पर विश्वास करता है, वह अपना विश्वास खो देता है यदि वह परीक्षण के दौरान धैर्य नहीं रखता…
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उलेमा और मराजा ए इकरामआयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमोली: हिजाब सामाजिक शुद्धता की गारंटी है
हौज़ा/आयतुल्लाहिल उज्मा जवादी आमोली ने कहा है कि शुद्धता और हिजाब के माध्यम से सामाजिक शुद्धता और पवित्रता संभव है और इन सिद्धांतों का उल्लंघन समाज को भ्रष्टाचार की गहराई में डुबो देता है।