हौज़ा/हर बदलाव से ख़ुदा की इबादत, रूहानियत से इश्क़, इंसानी जज़्बात और इंसानों में प्यार व स्नेह मज़बूत होना चाहिए और हमें इस राह में क़दम उठाना चाहिए