हौज़ा / दूसरों की बुराई करना या बिना वजह उन पर ऐतराज़ करना एक नैतिक बुराई है। इसके समाज पर भी असर होते हैं और व्यक्ति पर भी। सामाजिक असर यह है कि यह लोगों के बीच भरोसा और हमदर्दी को कम कर देता…