हौज़ा/इंसान की पैदाइश और इंसानियत की पूरी तारीख़ में एक हक़ीक़त पाई जाती है और वह यह है कि हक़ और बातिल (सत्य और असत्य) के बीच यह लड़ाई, एक दिन हक़ के पक्ष में और बातिल के ख़िलाफ़ ख़त्म होगी,