हौज़ा / इल्म-ए- कलाम के मुताबिक चूंकि अल्लाह शरीर नहीं रखता इसलिए आंखों से नहीं देखा जा सकता, और कुरआन भी इसी की ताईद करता है। हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम की तरफ से अल्लाह को देखने की दरख्वास्त कलामी…