हौज़ा / जो लोग हकीकी मायने में अपने लिए नहीं बल्कि दीन,समाज और इंसानियत के लिए ज़िंदगी गुजारते हैं उनके लिए सब से बड़ा सपोर्ट उनकी शरीके हयात का होता है जिसका इंकार करना ना मुमकिन है।