हौज़ा / हरम ए हज़रत मासूमा स.ल.के खातिब ने इलाही विलायत को स्वीकार करने को दुनिया और आखिरत में इंसान की ज़िंदगी का बीमा बताया और कहा कि बीमा एक अक़्ली चीज़ है और जो इलाही बीमा का अनुबंध स्वीकार…
हौज़ा / ह़ज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा अलह़ाज ह़ाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी ने कहां, हमको दोनों शहादतों की तारीखों में हज़रत फातिमा ज़हेरा स.स.का ग़म आशूरा की तरह मनाया जाए।