हौज़ा / जो हिदायत चाहता है और निजात का तलबगार है, उसे इमाम हुसैन अ.स. से जुड़ना होगा क्योंकि दुनिया और आख़िरत दोनों में हिदायत और निजात सिर्फ इमाम हुसैन अ.स. के ज़रिए ही मुमकिन है।