हौज़ा / 1 शव्वाल 1446 हिजरी को उम्मते मुस्लिमा की हालत उन कमज़ोर नाबालिग बच्चों की तरह है जो अपने पिता से अलग हो गए हैं, उनसे उनके सारे संसाधन छीन लिए गए हैं, उनके गालों पर बार-बार थप्पड़ मारे…