हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन अकबरी ने बयान किया कि कुरआन करीम की 300 आयतें अमीरुल मोमिनीन अली अ.स.की फज़ीलत और उनके मक़ाम व मर्तबे के बारे में नाज़िल हुईं है।
हौज़ा / आयतुल्लाहिल मक़ारिम शिराज़ी ने कहा कि मोमिनों के नाम ए अमल का मुख्य शीर्षक हज़रत अली अ.स.की मोहब्बत होना चाहिए इसलिए मोमिन के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज़ हज़रत अली अ.स. की मोहब्बत का इज़हार…
हौज़ा / हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा जवादी आमुली ने कहा,जिस शख्स ने खुदा को पहचान लिया और उसकी मारिफ़त हासिल की तो वह खुद को भी पहचान लेगा और जो खुद को नहीं पहचानता तो वह अल्लाह की मारिफ़त भी हासिल…