हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट अनुसार, शेख अल-अजहर अहमद अल-तैयब की अध्यक्षता में काहिरा में "मुस्लिम शासकों की परिषद" की एक बैठक आयोजित की गई थी। जिसमे पवित्र पैगंबर (स.अ.व.व.) और इस्लामी पवित्रताओं का अपमान करने के बारे में चर्चा हुई थी।
मुस्लिम शासकों की परिषद ने यूरोप में मुसलमानों के साथ अभद्र भाषा और अवैध व्यवहार पर एक रिपोर्ट पेश की। बैठक में इस मुद्दे पर भी चर्चा हुई कि हम मीडिया और सोशल मीडिया पर इन इस्लाम विरोधी उपायों का कैसे मुकाबला कर सकते हैं।
बैठक में बोलते हुए, शेख-उल-अजहर अहमद अल-तैयब ने कहा: पश्चिमी समाज में इस्लामोफोबिया तेज हो रहा है और इन देशों में मुसलमानों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं। इन परिस्थितियों में, यह जरूरी है कि सत्तारूढ़ निकाय मुसलमानों के अधिकारों की रक्षा में अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करे और धर्म के बुजुर्ग जितना संभव हो सके इस्लामी पवित्रता के अपमान के खिलाफ लड़ें।