हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार , मस्जिद ए जमकरान के मुतवल्ली हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैयद अली अकबर ओजाकनेजाद ने कहा कि एतेकाफ एक अनोखा अवसर है, जो युवा पीढ़ी के प्रशिक्षण और सांस्कृतिक लापरवाहियों की भरपाई के लिए बेहतरीन साधन बन सकता है। सही योजना के जरिए इस प्रक्रिया को सामाजिक मार्गदर्शन का माध्यम बनाया जा सकता है।
मस्जिद ए मुकद्दस जमकरान में आयोजित नौवें एतेकाफ विचार विमर्श सम्मेलन में उन्होंने युवा पीढ़ी पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में नई पीढ़ी के सांस्कृतिक पहलुओं की अनदेखी की गई है, लेकिन एतेकाफ जैसे मौकों के माध्यम से इन कमियों को दूर किया जा सकता है।
उन्होंने अरबईन हुसैनी को एक अद्वितीय अवसर बताते हुए कहा कि यह समारोह युवाओं की आत्मा और सोच पर गहरा प्रभाव डालता है ऐसे लोग, जिन्होंने पहली बार इसमें हिस्सा लिया, उन्होंने अपनी जिंदगी में सकारात्मक बदलाव महसूस किए।
मस्जिद ए मुकद्दस जमकरान के सांस्कृतिक महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि यह मस्जिद केवल ईरान ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक केंद्र बन चुकी है।
उन्होंने कहा कि मस्जिद में केवल शारीरिक उपस्थिति पर्याप्त नहीं है बल्कि आधुनिक तरीकों से युवाओं के धार्मिक और आध्यात्मिक मूल्यों के साथ संबंध को मजबूत किया जाना चाहिए। इस दिशा में उलेमा, शिक्षकों और अन्य विशेषज्ञों के आपसी सहयोग को अनिवार्य बताया गया।
उन्होंने ईरान को अंतरराष्ट्रीय युवाओं के लिए आशा का केंद्र बताते हुए कहा कि इस पहलू की अनदेखी नकारात्मक परिणाम ला सकती है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि एतेकाफ न केवल आध्यात्मिक बल्कि सांस्कृतिक मार्गदर्शन के लिए भी एक उत्कृष्ट अवसर है आधुनिक प्रशिक्षण संसाधनों का उपयोग करके युवाओं को धर्म और आध्यात्मिकता की ओर प्रेरित किया जाना चाहिए।