शुक्रवार 27 दिसंबर 2024 - 21:16
सय्यदा सिद्दीक़ा ताहेरा (स) की विलादत के मौके पर मदारिस ए दारूल ज़हेरा (स) खैरिया में जश्न का आयोजन

हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम शेख़ अली नजफी जो अल-अनवार-ए-नजफिया फाउंडेशन के जनरल सेक्रेटरी हैं उनकी मौजूदगी और निगरानी में और मदरसे की इंतेज़ामिया तदरीसी अमले और तालेबात की बड़ी तादाद की शिरकत के साथ मदारिस-ए-दार-उज़-ज़हरा अ:स ने यतीम बच्चों के लिए एक तक़रीब का इनेकाद किया गया

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार ,हुज्जतुल इस्लाम शेख़ अली नजफी जो अल-अनवार-ए-नजफिया फाउंडेशन के जनरल सेक्रेटरी हैं उनकी मौजूदगी और निगरानी में और मदरसे की इंतेज़ामिया तदरीसी अमले और तालेबात की बड़ी तादाद की शिरकत के साथ मदारिस-ए-दार-उज़-ज़हरा अ:स ने यतीम बच्चों के लिए एक तक़रीब का इनेकाद किया गया

जिसमें तालेबात और तलबा के लिए अलाहिदा-अलाहिदा तकलीफ-ए-शरई के जश्न का एहतमाम किया गया।

हुज्जतुल इस्लाम शेख अली नजफी ने अपने ख़िताब में तकलीफ के मरहले में कदम रखने वाले तलबा व तालेबात को मुबारकबाद पेश की। उन्होंने सैय्यदा फातिमा-ज़ेहरा अ.स के उस्वा-ए-हसना को अपनाने और इबादत में अल्लाह की क़ुरबत हासिल करने की अहमियत पर ज़ोर दिया।

साथ ही उन्होंने अहल-ए-बैत अ:स की ज़िंदगी से सीखें गए रोज़मर्रा के अच्छे सुलूक दीन के उसूलों पर अमल और अल्लाह की तरफ दावत देने की ज़रूरत पर रौशनी डाली।

शेख अली ने मज़ीद कहा कि अहल-ए-बैत अ:स के नक्श-ए-कदम पर चलना हर मुसलमान के लिए ज़रूरी है और उनके तरीके पर साबित कदम रहना हमें दीनवी कामयाबी की तरफ ले जाता है। आख़िर में उन्होंने दुआ की कि अल्लाह तआला इन तलबा व तालेबात की रहनुमाई फ़रमाएं और उन्हें कामयाबी की राहों पर गामज़न करे।

मदारिस के डायरेक्टर जनाब सफा अलइफ़ारी ने बताया कि यह तक़रीब सैयदा ज़हरा अ:स की विलादत की मुनासिबत से मनाई जा रही है ताकि उनकी विलादत की खुशी में तलबा व तालेबात की तकलीफ के मरहले में दाख़िल होने पर एक रूहानी महफिल का इनेकाद किया जाए।

तक़रीब का आग़ाज़ क़ुरान मजीद की तिलावत से हुआ जिसके बाद हुज्जतुल-इस्लाम शेख अली नजफी ने अपनी तकरीर की। महफ़िल में मज़हबी कसीदे और तलबा व तालेबात की तरफ से मुख़्तलिफ़ सकाफती प्रोग्राम्स भी पेश किए गए। इस मौके पर शेख अहमद अददुर आमोली की भी शिरकत थी।

तक़रीब का इख़तेताम इम्तेहानात में बेहतरीन कारकरदगी दिखानें वाले तलबा व तालेबात में इनामात की तक़सीम के साथ हुआ, जिनमें छठी क्लास (प्राइमरी) और आठवीं क्लास (मिडल) के तलबा शामिल थे।

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