शनिवार 4 जनवरी 2025 - 16:33
शहीद हाज क़ासिम, शहीद रईसी और शहीद नसरुल्लाह का ग़म कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।

हौज़ा/ ईरान के शहर शबांकारा के इमाम ए जुमआ ने कहा, हाज क़ासिम सुलैमानी की क़ब्र की ज़ियारत के लिए लोगों का यह प्रेम और उत्साह उनके ईमान, ख़ुलूस, विलायत से जुड़ा हुआ हैं और जनता के प्रति उनकी दोस्ती को दर्शाता है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार ,ईरान के शहर शबांकारा के इमामे जुमा हुज्जतुल इस्लाम मोहम्मद पूरदिल ने हुसैनिया साहिबुज़ ज़मान अ.ज.में आयोजित शहीद हाज क़ासिम सुलेमानी की पाँचवीं बरसी की सभा को संबोधित करते हुए कहा,जैसे इमाम हुसैन अ.स.की शहादत ने मोमिनों के दिलों में वह गर्मजोशी पैदा की जो कभी खत्म नहीं होगी वैसे ही शहीद हाज क़ासिम सुलेमानी की शहादत ने भी मोमिनों के दिलों में वही गर्मजोशी और जोश पैदा किया है जो कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।

उन्होंने आगे कहा,लोगों का हाज क़ासिम सुलेमानी की क़ब्र की ज़ियारत का जुनून उनके ईमान, ख़ुलूस, विलायत से जुड़ाव और जनता के प्रति उनकी दोस्ती की दलील है।

हुज्जतुल इस्लाम पर्देल ने कहा,शहीद हाज क़ासिम शहीद रईसी और शहीद नसरुल्लाह का ग़म कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।

शबांकारा के इमामे जुमआ ने इस सभा के आयोजन पर पायगाह-ए-बसीज साहिब-उज़-ज़मान अ.ज हीअत-ए-अंसारुल मेंहदी अ.ज. पायगाह-ए-अज़-ज़हरा (स) और सभी मौजूद भाइयों और बहनों का आभार व्यक्त किया।

टैग्स

आपकी टिप्पणी

You are replying to: .
captcha