हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार , शिया उलेमा काउंसिल जम्मू के प्रवक्ता हजरतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन डॉ. मोहम्मद कौसर जाफरी ने बयान जारी करते हुए कहा है कि शिया उलेमा काउंसिल जम्मू प्रांत पाराचिनार के मजलूम जनता पर हो रहे लगातार अत्याचारों और मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघनों पर गहरी चिंता और दुख व्यक्त करती है।
उन्होंने इन घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए पाकिस्तान सरकार से मांग की है कि वह तुरंत इन तकफीरी आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और पाराचिनार के पीड़ित जनता को न्याय दिलाने के लिए अपनी ज़िम्मेदारी निभाए।
प्रवक्ता ने अपने बयान में आगे कहा,पाराचिनार के निहत्थे नागरिकों पर होने वाले अत्याचार असहनीय हैं राहत सामग्री को रोककर उन्हें भूखा-प्यासा रखना एक अमानवीय और क्रूर कदम है जिसे किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि यह अत्याचार एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा प्रतीत होते हैं जिसका उद्देश्य क्षेत्र में अस्थिरता और अशांति फैलाना है।
शिया उलेमा काउंसिल ने पाकिस्तान सरकार के नाम जारी बयान में कहा है कि सरकार को चाहिए कि वह आतंकवादियों को समर्थन देना तुरंत बंद करे पाराचिनार में हो रहे अत्याचारों को फौरन रोके और जनता तक राहत सामग्री की आपूर्ति सुनिश्चित करे।
प्रवक्ता ने जोर देकर कहा कि आतंकवादी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और उनके सहयोगियों को कानून के कटघरे में खड़ा किया जाए। क्षेत्र में शांति और स्थिरता बहाल करने के लिए गंभीर और प्रभावी कदम उठाए जाएं।
यह भी स्पष्ट किया गया है कि कुछ दिन पहले पाराचिनार में आतंकवाद रोकने के लिए एक शांति समझौता हुआ था जिसे तकफीरी आतंकवादियों ने तोड़ दिया उन्होंने पाराचिनार जाने वाले राहत सामग्री के काफिले पर हमला किया जिसमें खाद्य सामग्री और दवाइयां शामिल थीं इस हमले में दर्जनों लोग घायल हो गए।
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