हौज़ा न्यूज़ एजेसी के अनुसार, पिछले साल दिसंबर में सीरिया में विद्रोहियों ने बगावत की थी, जिसके बाद बशर अल-असद की सरकार गिर गई थी। विद्रोही समूह हयात तहरीर अल-शाम ने यहां सत्ता संभाली। इस समूह के नेता अहमद अल-शरा, जो अबू मुहम्मद अल-जौलाानी के नाम से मशहूर हैं, सीरिया के नए राष्ट्रपति चुने गए हैं। इस अवधि के दौरान सीरिया का पुराना संविधान समाप्त कर दिया गया है। जोलाानी को अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में नियुक्त किया गया है और उन्हें एक अस्थायी विधायी परिषद बनाने का भी निर्देश दिया गया है। नए संविधान के बनने तक यह परिषद काम करेगी। सीरिया की नई सरकार ने देश का संविधान निरस्त कर दिया और हयात तहरीर अल-शाम के नेता अबू मुहम्मद अल-जौलाानी को देश का अंतरिम राष्ट्रपति नियुक्त किया।
सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी साना के अनुसार, अहमद अल-शरा को अंतरिम सरकार में अस्थायी विधायी परिषद बनाने का भी अधिकार दिया गया है, जो नए संविधान की मंजूरी तक अपना काम करेगी। सरकारी समाचार एजेंसी पर यह घोषणा सीरिया की अंतरिम सरकार के सैन्य संचालन प्रवक्ता हसन अब्दुल गनी ने की। उनका कहना था कि 2012 का संविधान निरस्त कर दिया गया है और आपातकालीन प्रक्रियाओं के तहत अपनाए गए कानून भी समाप्त कर दिए गए हैं। हसन अब्दुल गनी ने अपने बयान में यह भी कहा कि सभी सशस्त्र गुटों को समाप्त कर दिया गया है, और वे अब राज्य के संस्थानों में समाहित हो जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों और सीरिया पर कई दशकों से शासन कर रही बाथ पार्टी की भी समाप्ति की घोषणा की।
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